मैं यादों मैं तेरे साथ हूँ |
ये कल ही की तो बात हैं , जो तू जो मेरे साथ थी , वो शाम क्या हसीं थी , फिर क्या विचित्र यह रात हैं , यह रात पूछती मुझे वो कौन तबसे साथ था , आज नींद क्यों हैं रूठ गयी , आज क्या अलग सी बात हैं | मैं कब से तेरे पास था ज़िन्दगी के हर पड़ाव पर , जो साथ छोड़ा तुमने तो अब यादों मैं तेरे साथ हूँ | मैं बिन मुड़े फिर चल पड़ा , उस प्यार की तलाश मैं , उस प्यार को ढूंढो कहा , अब यह याद ही मेरे पास हैं | जो आज यही हैं मेरे पास , वो रात का गुलाम हैं ( दर्द ), ये दर्द याद मैं छिपा यह दर्द बड़ा परेशां हैं , परेशां हैं इस बात पे मैं क्यों खड़ा उदास स...